मौलाना मसूद अजहर कौन है
पठानकोट में हुए आतंकी हमले के बाद कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान ने जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर को में ले लिया है. हमले की साजिश पाकिस्तान में अजहर के निर्देशन में तैयार की गई थी. वह आतंकियों का मेन हैंडलर था. उन्हें लगातार निर्देश दे रहा था. उसके अलावा उसका भाई अब्दुल रउफ असगर, मौलाना अशफाक अहमद, हाफिज अब्दुल शकूर और कासिम जान भी हैंडलर थे. इसका सबूत पाकिस्तान को सौंप दिया गया था
अजहर आतंक का वो सौदागर है, जिसने भारत के खिलाफ एक नहीं सौ बार साजिश रची है. वह कंधार कांड के बाद से पाकिस्तान में बैठकर अपने नापाक मंसूबों को अंजाम दे रहा है. उसकी अगुआई में ही पाकिस्तान के लाहौर के पास पठानकोट हमले का ब्लूप्रिंट तैयार किया गया था. उसका भाई रउफ 1999 में काठमांडो में एयर इंडिया के विमान के अपहरण का मुख्य साजिशकर्ता था. इस विमान को अफगानिस्तान के कंधार ले जाया गया था.
5 हथियारबंद आतंकियों ने 178 पैसेंजरों के साथ इंडियन एयरलाइन के IC-814 प्लेन को नेपाल के काठमांडू से हाईजैक किया था. उसे अमृतसर, लाहौर और दुबई के रास्ते अफगानिस्तान के कंधार एयरपोर्ट ले जाया गया था. यहां लोगों आठ दिनों तक बंधक बनाया गया था. उनको छोड़ने के बदले तीन खूंखार आतंकवादियों की रिहाई मांगी गई थी. इसके बाद मौलाना मसूद अजहर, मुश्ताक अहमद जरगर और अहमद उमर सईद शेख को रिहा कर दिया गया था
भारत से रिहा होने के बाद मसूद अजहर और खतरनाक हो गया. उसने भारत में आतंकी गतिविधियों को संचालित करने के लिए सन 2000 में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद बनाया. इसमें हरकत-उल-मुजाहिदीन और हरकत-उल-अंसार जैसे कई आतंकी संगठन भी शामिल हुए. अजहर हरकत-उल-अंसार का सचिव रह चुका है. 1994 में उसे श्रीनगर से गिरफ्तार किया गया था. मगर कंधार कांड के बाद भारत सरकार को उसे रिहा करना पड़ा था.
अजहर आतंक का वो सौदागर है, जिसने भारत के खिलाफ एक नहीं सौ बार साजिश रची है. वह कंधार कांड के बाद से पाकिस्तान में बैठकर अपने नापाक मंसूबों को अंजाम दे रहा है. उसकी अगुआई में ही पाकिस्तान के लाहौर के पास पठानकोट हमले का ब्लूप्रिंट तैयार किया गया था. उसका भाई रउफ 1999 में काठमांडो में एयर इंडिया के विमान के अपहरण का मुख्य साजिशकर्ता था. इस विमान को अफगानिस्तान के कंधार ले जाया गया था.
5 हथियारबंद आतंकियों ने 178 पैसेंजरों के साथ इंडियन एयरलाइन के IC-814 प्लेन को नेपाल के काठमांडू से हाईजैक किया था. उसे अमृतसर, लाहौर और दुबई के रास्ते अफगानिस्तान के कंधार एयरपोर्ट ले जाया गया था. यहां लोगों आठ दिनों तक बंधक बनाया गया था. उनको छोड़ने के बदले तीन खूंखार आतंकवादियों की रिहाई मांगी गई थी. इसके बाद मौलाना मसूद अजहर, मुश्ताक अहमद जरगर और अहमद उमर सईद शेख को रिहा कर दिया गया था
भारत से रिहा होने के बाद मसूद अजहर और खतरनाक हो गया. उसने भारत में आतंकी गतिविधियों को संचालित करने के लिए सन 2000 में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद बनाया. इसमें हरकत-उल-मुजाहिदीन और हरकत-उल-अंसार जैसे कई आतंकी संगठन भी शामिल हुए. अजहर हरकत-उल-अंसार का सचिव रह चुका है. 1994 में उसे श्रीनगर से गिरफ्तार किया गया था. मगर कंधार कांड के बाद भारत सरकार को उसे रिहा करना पड़ा था.
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