10 सीरियल किलर्स की कहानी
1. मोहन कुमार उर्फ़ साइनाइड मोहन: साइनाइड मोहन की कहानी बहुत पुरानी नहीं है। इस सीरियल किलर की खासियत थी कि वो कुंवारी लड़कियों को ही अपना टार्गेट बनाता था। लड़कियों को अपने प्यार के जाल में फंसाकर पहले वो उनके साथ यौन संबंध बनाता और फिर गर्भनिरोधक गोली देने के बहाने उन्हें साइनाइड खिला देता था। पुलिस के मुताबिक़ साल 2005-09 के बीच उसने इसी तरह करीब 20 लड़कियों को मार डाला। दिसंबर 2013 में उसे फांसी की सज़ा सुनाई गई।
2. रेणुका शिंदे और सीमा गावित उर्फ़ किलर बहनें: रेणुका और उनकी बहन सीमा छोटे बच्चों को किडनैप कर उनसे चोरी और भीख मांगने जैसे काम करातीं थीं। इन दोनों ने अपने इस कम के दौरान छह बच्चों का मर्डर भी कर दिया। उन्होंने अपने बयान में कहा कि उन्हें याद नहीं कि वे अब तक कितने बच्चों का मर्डर कर चुकीं हैं। फिलहाल किलर बहनें जेल में हैं और फांसी का इंतज़ार कर रहीं हैं।
3. धनंजय चटर्जी: धंनजय एक सिक्योरिटी गार्ड था और एक 14 साल की बच्ची से रेप और मर्डर के लिए उसे फांसी की सज़ा सुनाई गई थी। धनंजय को भले ही एक केस में दोषी पाया गया हो लेकिन उस दौरान कई लड़कियों के गायब होने की घटनाएं हुई थीं जिनके लिए लोग और पुलिस भी धनंजय को ही जिम्मेदार मानती थी। उसे कोलकाता जेल में साल 1995 में फांसी दे दी गई।
4. देवेंद्र शर्मा उर्फ़ टैक्सी ड्राइवर किलर: आयुर्वेद के डॉक्टर रहे देवेंद्र शर्मा ने साल 2002 से 2004 के बीच करीब 40 टैक्सी ड्राइवर्स का खून किया था। देवेंद्र टैक्सी किराए पर लेता था और रास्ते में ही अपने साथियों के साथ मिलकर ड्राइवर का क़त्ल कर टैक्सी को चोर बाज़ार में बेच देता था। साल 2008 में उसे फांसी की सज़ा सुनाई गई।
5. जयशंकर: लेडी किलर के नाम से मशहूर जयशंकर पर 30 रेप और 15 मर्डर का आरोप था। साल 2006 से 2009 के बीच उसने तमिलनाडु और कर्नाटक में इन सभी मामलों को अंजाम दिया। वो एक बार जेल से भी भाग गया लेकिन बाद में उसे पकड़ लिया गया। ज्यादातर मामले उस पर साबित नहीं हो पाए और उसे 10 साल की सज़ा सुनाई गई।
6. गौरी शंकर उर्फ़ ऑटो शंकर: गौरी शंकर चेन्नई का एक ऑटो चालक था जो बाद में ऑटो शंकर के नाम से मशहूर हुआ। साल 1988 में इसने 9 लड़कियों को किडनैप कर उनका खून कर दिया। बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और साल 1995 में मौत की सज़ा सुनाई गई। ऑटो शंकर ने ये कहकर सबको चौंका दिया कि उसने लड़कियों का क़त्ल उन नेताओं के कहने पर किया जिन्होंने लड़कियों का बलात्कार क्या था।
7. स्टोनमैन किलर: मुंबई में साल 1989 में फुटपाथ पर सोने वालों की हत्या का सिलसिला शुरू हो गया। एक के बाद एक 9 ऐसे शव बरामद किए गए जिनका सर पत्थर से कुचला गया था। पुलिस ने काफी कोशिश की लेकिन किसी को नहीं पकड़ पाई। ये सिलसिला अचानक रूक गया और आज तक पहेली बना हुआ है।
8. बीयर मैन: मुंबई ने साल 2006 से 2007 के बीच एक और सीरियल किलर का कहर झेला। शहर में एक के बाद एक 6 लोगों की लाश पाई गई और हर लाश के पास से एक बीयर की बोतल भी बरामद हुई। लोगों ने इसी के चलते इस हत्यारे का नाम बीयर मैन रख दिया। 2008 में रविंद्र कंट्रोले को एक खून के आरोप में पकड़ा गया और उसके पास से बीयर की खाली बोतल भी मिला लेकिन लेकिन पुख्ता सबूतों की कमी के चलते उसे छोड़ दिया गया।
9. चंद्रकांत झा: चंद्रकांत झा सीरियल किलर्स के बीच एक किवदंती की तरह है। एक ऐसा आदमी को धारदार हथियारों से अपने शिकार को मौत के घाट उतार देता था और फिर उसकी लाश के पास बैठकर खाना खाने में उसे सुकून मिलता था। चंद्रकांत ने जीवन भर कभी भी हत्याओं की बात नहीं कुबूली। बाद में उसे मानसिक रूप से विक्षिप्त करार दिया गया और इलाज़ के लिए अस्पताल भेज दिया गया।
10. दरबार सिंह उर्फ़ बेबी किलर: दरबार सिंह ने साल 2004 के आस पास 15 लड़कियों का क़त्ल किया था। उसे फांसी की सजा हुई जिसे बाद में उम्र कैद में बदल दिया गया। दरबार को सिर्फ 5 केस में भी दोषी पाया गया था बाकी सभी हत्याओं में उसे सबूतों के आभाव में बरी कर दिया गया।
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